Bajrang baan lyrics in Hindi: बजरंग बाण हनुमान जी को अर्पित एक भक्तिमय गीत जिसको प्रत्येक मनुष्य को सुबह स्नान करने के बाद और शाम को संध्या के समय एक बार अवश्य पढ़ना चाहिए।
मंगलवार और शनिवार को इसे विशेष और शनिवार कोई से विशेष रूप से अवश्य करना चाहिए।
बजरंग बाण का पाठ करने से व्यक्ति को किसी भी प्रकार का भय नहीं रहता और उसके जीवन में सुख शांति बनी रहती है।
शास्त्रो के अनुसार महिलाओं को बजरंग बाण पाठ करने की अनुमति नहीं है॥
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Bajrang baan lyrics in Hindi: हनुमान जी का चमत्कारी पाठ
दोहा:
निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥
चौपाई:
जय हनुमंत संत हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥ जन के काज बिलंब न कीजै। आतुर दौरि महा सुख दीजै॥
जैसे कूदि सिंधु महिपारा। सुरसा बदन पैठि बिस्तारा॥ आगे जाय लंकिनी रोका। मारेहु लात गई सुरलोका॥
जाय बिभीषन को सुख दीन्हा। सीता निरखि परमपद लीन्हा॥ बाग उजारि सिंधु महँ बोरा। अति आतुर जमकातर तोरा॥
अक्षय कुमार मारि संहारा। लूम लपेटि लंक को जारा॥ लाह समान लंक जरि गई। जय जय धुनि सुरपुर महॅ भई॥
अब बिलंब केहि कारन स्वामी। कृपा करहु उर अंतरयामी॥ जय जय लखन प्रान के दाता। आतुर होय दुख करहु निपाता॥
जय गिरधर जय-जय सुख सागर। सुर-समूह-समरथ भट-नागर॥ ॐ हनु हनु हनु हनुमंत हठीले। बैरिहि मारु बज्र की कीले॥
गदा वज्र ले बैरिहिं मारो। महाराज प्रभु दास उबारो॥ ओंकार हुंकार महाप्रभु धावो। बज्र गदा हनु विलंब न लावो॥
ॐ ह्नीं ह्नीं ह्नीं हनुमंत कपीसा। ॐ हुं हुं हुं हनु अरि उर सीसा॥ सत्य होहु हरि शपथ पायके। राम दूत धरु मारु जायके॥
Bajrang baan lyrics in Hindi: हनुमान जी का चमत्कारी पाठ
जय जय जय हनुमंत अगाधा। दुख पावत जन केहि अपराधा॥ पूजा जप तप नेम अचारा। नहिं जानत हों दास तुम्हारा॥
वन उपवन मग गिरि गृह माहीं। तुम्हरे बल हम डरपत नाहीं॥ पाॅंय परौं कर जोरि मनावौं। येहि अवसर अब केहि गोहरावौं॥
जय अंजनी कुमार बलवंता। संकर सुवन वीर हनुमंता॥ बदन कराल काल कुल घालक। राम सहाय सदा प्रति पालक॥
भूत, प्रेत, पिसाच, निसाचर। अग्नि बैताल काल मारी मर॥ इन्हें मारु तोहि सपथ राम की। राखु नाथ मर्यादा नाम की॥
जनकसुता हरिदास कहावो। ताकी सपथ विलंब न लावो॥ जय जय जय धुनि होत अकासा। सुमिरत होत दुसह दुख नासा॥
चरन शरन कर जोरि मनावौं। यहि अवसर अब केहि गोहरावौं॥ उठु उठु चलु तोहि राम दोहाई। पाॅंय परौं कर जोरि मनाई॥
ॐ चं चं चं चं चपल चलंता। ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमंता॥ ॐ हं हं हाँक देत कपि चंचल। ॐ सं सं सहमि पराने खल-दल॥
अपने जन को तुरत उबारौ। सुमिरत होय आनंद हमारौ॥ यह बजरंग-बाण जेहि मारै। ताहि कहौ फिर कौन उबारै॥
पाठ करै बजरंग-बाण की। हनुमत रक्षा करै प्रान की॥ यह बजरंग बान जो जापै। ताते भूत प्रेत सब काॅंपै॥
धूप देय अरु जपै हमेसा। ताके तन नहीं रहे कलेसा॥
जय सियाराम 🚩 जय हनुमान 🚩
Conclusion (निष्कर्ष)
Bajrang baan lyrics in Hindi: इस आर्टिकल में आपने हनुमान जी के सुंदर भजन बजरंग बाण का पाठ किया।
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और एक बार कमेंट में जय सियाराम जय हनुमान अवश्य लिखें। बजरंग बाण का पाठ करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद हनुमान जी की कृपा आप सभी पर बनी रहे धन्यवाद 🙏
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